आज की बात – Competition is good, but with whom?
आगे बढ़ने के लिये , सफल होने के लिये competitive होना बहुत अच्छा है इसमें कोई शक नहीं है लेकिन ये जानना , ये समझना , ये पहचानना बहुत जरुरी है कि आखिर हमारा competition है किससे ? लोग अपने साथियों से , अपने साथ काम कर रहे लोगों से , अपने से आगे जो लोग हैं उनसे competition करते हैं , करना भी चाहिये , इसमें कोई बुराई भी नहीं है लेकिन यंहा जरा आप रुकिए जब भी आप किसी और से competition करते हैं तो जब तक आप विश्व में No.1 नहीं बन जाते तब तक आप हमेशा इस competition का हिस्सा बने रहोगे क्योंकि हमेशा कोई ना कोई आपको आपसे आगे नजर आता रहेगा | जिसमें कोई बुराई भी नहीं है लेकिन फिर एक सवाल खडा होता है | कितने लोग विश्व में number 1 बन सकते हैं ?
अगर हम दूसरों से competition करेंगे तो जब तक हम नम्बर 1 नहीं बनेंगे तब तक हम खुश नहीं रह पाएंगे क्योंकि वो जो व्यक्ति हमसे आगे है | उसका हमसे आगे होना हमें हमेशा परेशान करता रहेगा | क्यों ना हम अपना competitor बदल दें | जिससे हम खुश भी रह सकें और आगे भी बढ़ सकें | किससे करें competition ? तो जवाब है अपने आप से , हर दिन , हर पल , आप अपने आप को अपना सबसे बड़ा competitor समझें और जंहा तक आप पंहुच चुके हैं , जो आप कर चुके हैं उससे आगे बढ़ने का , उससे और अच्छा करने का प्रयास करते रहें | इससे आप आप आगे भी बढ़ पाएंगे और खुश भी रह पायेंगे | क्योंकि जीवन का पहला उदेश्य सफल होना नहीं खुश रहना है क्योंकि हम सफल भी इसलिए होना चाहते हैं की हम खुश रहें | ऐसा कोई व्यक्ति है जो परेशान होने के लिये / दुखी होने के लिये सफल होना चाहता हो ? इस पोस्ट का मतलब बिलकुल भी ये नहीं है की आप मेहनत करना छोड़ दें / आगे बढ़ना का प्रयास करना छोड़ दें | आगे भी बढ़ना है / सफल भी होना है बस एक नयी सोच के साथ .....
Stay Connected To Know – कैसे बदलें अपनी इस आदत को
एक सोच जो जिन्दगी बदल दे