-
कड़वा सच: Motivational inspirational story in Hindi
- 2021-03-27 00:37:28
- Puplic by : Admin
- Written by : Unknown
एक संत सत्संग कर रहे थे - शाकाहार एक उत्तम भोजन है और मानव के लिए शाकाहार भोजन करना ही उचित है तभी किसी व्यक्ति ने प्रश्न किया शाकाहार ही क्यो मांसाहार मे क्या बुराई है ? संत -ईश्वर ने आपके दाँतो की रचना और जानवर के दाँतो की रचना भिन्न- भिन्न की है और सब का आहार निश्चित किया है। व्यक्ति -पर हम मांसाहार करें तो क्या नुकसान है? संत -जैसा खाओ अन्न वैसा होए मन आपको पता है जगत में चार प्रकार के सुअर होते है | व्यक्ति -वो कैसे सुअर तो एक ही प्रकार का होता है | तब सन्त ने चार प्रकार इस तरह बताये - १—सूअर २- मछली ३- मुर्गा ४- मानव | व्यक्ति -वो कैसे? संत- १- सूअर जो विष्ठा खाता है और समाज की गंदगी अपने अंदर समेट लेता है | २- मुर्गा जो घास के किड़े मकोडे खा कर गंदगी अपने अंदर समेट लेता है। ३ -मछली जो पानी की गंदगी ओर कीड़े खा कर पानी साफ करती है । ४- मानव जो मांसाहार करता है उसे सबसे बडे सूअर की उपाधि दी है यानी जो इन तीनो गंदगी खाने वालो को ही खा कर अपने मे कितनी गंदगी समेट लेता है सो आप ऐसे इंसान को मानव कहोगे या दानव आप ही फैसला करे विचार आप ही करे - आप मानव बने या दानव यह प्रत्येक व्यक्ति पर निर्भर करता है | सत्य कड़वा है पर सत्य बताना जरूरी हैं इंसान चाहे तो देवता बन जाए, चाहे तो दानव यह उस पर निर्भर करता है
आप व्हाट्सएप आदि पर स्टोरी शेयर करते हैं । वँहा कम लोगों तक ही आपकी बात पँहुच पाती है या मैसेज की भीड़ में लोग उसको पढ़ते भी नहीं हैं लेकिन अगर आप हमें स्टोरी भेजते हैं तो उसको हम आपके नाम के साथ पब्लिश करते हैं । भेजिये स्टोरी और जीतिए शानदार इनाम
Add Story
Leave a Comment