• Positive and Negative Aspects

    Motivational story on Positive and Negative Aspects

    • 2021-04-01 05:08:06
    • Puplic by : Admin
    • Written by : Unknown
    किसी शहर  में  दो  भाई  रहते  थे | उनमे  से  एक  शहर  का  सबसे  बड़ा  बिजनेसमैन था तो दूसरा एक ड्रग -एडिक्ट  था  जो  अक्सर  नशे  की  हालत  में  लोगों  से  मार -पीट  किया  करता  था .  जब  लोग  इनके  बारे  में  जानते  तो  बहुत  आश्चर्य  करते  कि आखिर  दोनों  में  इतना  अंतर  क्यों  है  जबकि  दोनों  एक  ही  माता-पिता  की  संताने  हैं , एक जैसी शिक्षा प्राप्त  हैं  और  बिलकुल  एक  जैसे  माहौल  में पले -बढे  हैं . कुछ  लोगों  ने  इस  बात  का  पता  लगाने  का  निश्चय  किया  और  शाम  को  भाइयों  के  घर  पहुंचे . अन्दर घुसते ही उन्हें नशे  में  धुत  एक  व्यक्ति  दिखा  , वे  उसके  पास  गए  और  पूछा , “ भाई तुम  ऐसे  क्यों  हो ??..तुम  बेवजह लोगों  से  लड़ाई -झगडा  करते  हो , नशे  में  धुत  अपने  बीवी -बच्चों  को  पीटते  हो …आखिर  ये  सब  करने  की  वजह  क्या  है ?” “मेरे  पिता ” , भाई  ने  उत्तर  दिया .  “पिता !! ….वो  कैसे ?” , लोगों  ने  पूछा भाई  बोल , “ मेरे  पिता  शराबी   थे , वे  अक्सर  मेरी  माँ  और  हम  दोनों भाइयों को  पीटा  करते  थे …भला  तुम  लोग  मुझसे  और  क्या  उम्मीद  कर  सकते  हो  …मैं  भी  वैसा  ही  हूँ ..” फिर  वे  लोग दूसरे  भाई  के  पास  गए , वो  अपने  काम  में  व्यस्त  था  और  थोड़ी  देर  बाद  उनसे  मिलने  आया , “माफ़  कीजियेगा , मुझे  आने  में  थोड़ी  देर  हो  गयी .” भाई  बोल , “ बताइए  मैं  आपकी  क्या  मदद  कर  सकता  हूँ ? ” लोगों  ने  इस  भाई  से  भी  वही  प्रश्न  किया , “ आप  इतने  सम्मानित  बिजनेसमैन  हैं , आपकी  हर  जगह  पूछ  है , सभी  आपकी  प्रशंसा  करते  हैं , आखिर  आपकी  इन  उपलब्धियों  की  वजह  क्या  है ?” “ मेरे  पिता  “, उत्तर  आया . लोगों  ने  आश्चर्य  से पूछा , “ भला  वो  कैसे ?” “मेरे  पिता  शराबी  थे , नशे  में  वो  हमें मारा- पीटा करते  थे  मैं  ये  सब चुप -चाप  देखा  करता  था , और  तभी  मैंने  निश्चय कर  लिया  था  की  मैं  ऐसा  बिलकुल नहीं  बनना  चाहता  मुझे  तो  एक  सभ्य  , सम्मानित  और  बड़ा  आदमी  बनना  है , और  मैं  वही  बना .” भाई  ने  अपनी  बात  पूरी  की . Friends, हमारे साथ  जो कुछ भी  घटता है  उसके  positive और  negative aspects हो सकते हैं . ज़रुरत  इस  बात  की  है  की  हम  positive aspect  पर  concentrate करें  और  वहीँ  से  अपनी  inspiration draw करें .

    Bonus Story - मेहनत

    विद्यालय में सब उसे मंदबुद्धि कहते थे । उसके गुरुजन भी उससे नाराज रहते थे क्योंकि वह पढने में बहुत कमजोर था और उसकी बुद्धि का स्तर औसत से भी कम था। कक्षा में उसका प्रदर्शन हमेशा ही खराब रहता था । और बच्चे उसका मजाक उड़ाने से कभी नहीं चूकते थे । पढने जाना तो मानो एक सजा के समान हो गया था , वह जैसे ही कक्षा में घुसता और बच्चे उस पर हंसने लगते , कोई उसे महामूर्ख तो कोई उसे बैलों का राजा कहता , यहाँ तक की कुछ अध्यापक भी उसका मजाक उड़ाने से बाज नहीं आते । इन सबसे परेशान होकर उसने स्कूल जाना ही छोड़ दिया । अब वह दिन भर इधर-उधर भटकता और अपना समय बर्वाद करता । एक दिन इसी तरह कहीं से जा रहा था , घूमते – घूमते उसे प्यास लग गयी । वह इधर-उधर पानी खोजने लगा। अंत में उसे एक कुआं दिखाई दिया। वह वहां गया और कुएं से पानी खींच कर अपनी प्यास बुझाई। अब वह काफी थक चुका था, इसलिए पानी पीने के बाद वहीं बैठ गया। तभी उसकी नज़र पत्थर पर पड़े उस निशान पर गई जिस पर बार-बार कुएं से पानी खींचने की वजह से रस्सी का निशाँ बन गया था । वह मन ही मन सोचने लगा कि जब बार-बार पानी खींचने से इतने कठोर पत्थर पर भी रस्सी का निशान पड़ सकता है तो लगातार मेहनत करने से मुझे भी विद्या आ सकती है। उसने यह बात मन में बैठा ली और फिर से विद्यालय जाना शुरू कर दिया। कुछ दिन तक लोग उसी तरह उसका मजाक उड़ाते रहे पर धीरे-धीरे उसकी लगन देखकर अध्यापकों ने भी उसे सहयोग करना शुरू कर दिया । उसने मन लगाकर अथक परिश्रम किया। कुछ सालों बाद यही विद्यार्थी प्रकांड विद्वान वरदराज के रूप में विख्यात हुआ, जिसने संस्कृत में मुग्धबोध और लघुसिद्धांत कौमुदी जैसे ग्रंथों की रचना की।

    “ आशय यह है कि हम अपनी किसी भी कमजोरी पर जीत हांसिल कर सकते हैं , बस ज़रुरत है कठिन परिश्रम और धैर्य के साथ अपने लक्ष्य के प्रति स्वयं को समर्पित करने की।

आप व्हाट्सएप आदि पर स्टोरी शेयर करते हैं । वँहा कम लोगों तक ही आपकी बात पँहुच पाती है या मैसेज की भीड़ में लोग उसको पढ़ते भी नहीं हैं लेकिन अगर आप हमें स्टोरी भेजते हैं तो उसको हम आपके नाम के साथ पब्लिश करते हैं । भेजिये स्टोरी और जीतिए शानदार इनाम

Add Story

Leave a Comment





Category