• जब बच्चे ने वेटर के बारे में सोचा

    जब बच्चे ने वेटर के बारे में सोचा: Heart touching story

    • 2020-08-25 03:28:23
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    • Written by : Unknown

    एक बार एक रेस्टोरेंट के बाहर काफी भीड़ लगी हुई थी क्योंकि वह रेस्टोरेंट काफी प्रचलित था और वहां पर नंबर लगाने के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ता था काफी भीड़ भाड़ थी लोग तीतर बीतर हो रहे थे तो इस बीच एक छोटा सा बच्चा जैसे तैसे एक रेस्टोरेंट् में घुसा और अंदर पहुंच गया वहाँ उसको बैठने के लिए जगह नही दिखी तो उसको एक कोना दिखा वह स्टूल लेकर वहाँ बैठ गया    इस दृश्य को रेस्टोरेंट में आये उच्च श्रेणी के लोग भी देख रहे थे लेकिन वो सिर्फ देख रहे थे जबकि मध्यम श्रेणी के लोग उस बच्चे के बारे में तरह की बाते बोल रहे थे कि कैसा बच्चा है जबर्दस्ती यहा घुस आया इतने में एक महिला वेटर वहा आयी उसने  पूछा कि आपको क्या लेना है कहा कि मुझे बर्गर खाना है बर्गर कितने रुपए का है ?? तो उसने कहा कि ₹100 का है भी है और डेड सो रुपए का भी है  जो आपको चाहिए वह दे दु तो उसने कहा कि ₹80 का नहीं है ??? वेटर ने  कहा कि ₹80 का भी है  उसने ₹80 का बर्गर लिया और मजे से खाया    जब वह जाने लगा तो उसने  ₹20 वही छोड़ दिये जब वह वेटर वहाँ आयी  उसने देखा कि उसके पास ₹100 थे लेकिन उसने टिप देने के लिए ₹20 अलग से रखे हुए थे यानी कि उसने जानबूझकर ₹80 का बर्गर खाया था क्योंकि उसके दिमाग मे वेटर के बारे में सोच थी कि मैं इसको टिप जरूर दूंगा एक छोटा सा बच्चा इतनी अच्छी सोच रखता है सोचिये कैसी परवरिश में पल बढ़ रहा होगा    

     
    Bonus Story - किसी से मदद तो मांगिये
     
    इस कहानी का उद्देश्य यह है कि अगर आपको लगता है कि मुसीबत में आपकी कोई मदद कर सकता है तो उससे मदद मांग लेनी चाहिए अगर आप उससे मदद नहीं मांगेंगे तो उसको नहीं पता कि आपको उसकी मदद की जरूरत है लेकिन हम कभी कभी जो हमारे सच्चे साथी होते हैं उनकी मदद मांगना भूल जाते हैं हम बुरे वक्त में क्या सोचते हैं कि कोई हमारी मदद ही नहीं कर सकता जबकि हमें एक बार कयास लगाना चाहिए प्रयास करना चाहिए और अपने चित परिचित सभी से मदद मांग लेनी चाहिए चलिए कहानी को शुरू करते हैं    दोस्तो एक बार की बात है एक बच्चा अपने पिता के साथ गार्डन में खेल खेल रहा था गार्डन में खेलते खेलते उसके पिता उसको एक संदेश देना चाहते थे उसके पिता ने बच्चे से कहा कि बेटा तो तुम  वह पत्थर देख रहे हो मैं तुम्हें एक काम देता हूं तुम्हें उस पत्थर को हटाना है मैं मानता हूं कि यह काम थोड़ा मुश्किल है उसको तुम हटा नहीं सकते लेकिन अगर तुम कोशिश करो तो तुम इसे हटा सकते हो बच्चे ने बोला ठीक है   बच्चा उस पत्थर को हटाने के लिए प्रयास करता है पहली बार में वह विफल होता है दूसरी बार में वह विफल होकर नीचे गिर जाता है उसके पापा को बोलता है कि पापा आपने मुझे इतना कठिन काम क्यों दिया  कुछ नहीं होगा तो उसके पिता ने कहा कि बेटा यह  तुमसे हो जाएगा तुम मेहनत तो करो  तुम कोशिश तो करो बच्चा वापस से कोशिश करता है  तीसरी बार वह पसीने में होकर नीचे गिर जाता है  अबकी बार वह अपने पिता से कहता है कि मुझसे यह काम नहीं होगा   मैं  इस काम को नहीं कर सकता उसके पिता ने कहा कि तुम जो भी  तरीका अपना सकते हो वो तरीका अपना लो लेकिन बस तुम्हें अपने दिमाग से इस पत्थर को हटाना है  अब बच्चे ने वापस प्रयास  किया चौथी बार उसने प्रयास किया लेकिन वह विफल रहा  अब उसने  हार मान ली और वह रोने  लग गया उसने कहा कि मैं इस काम को नहीं कर सकता मेरे पास कोई तरीका नहीं है आपने मुझे इतना कठिन काम क्यों दिया उसके बाद   उसके पिता ने उसे कहा कि बेटा तुम उस पत्थर को हटा सकते थे  तुमने यह क्यों नही  सोचा कि कि तुम एक बार मुझसे कह देते सही मैं तुम्हारी हेल्प करता लेकिन तुमने मुझसे कहा ही नहीं यही तो वह चीज है अगर कोई काम तुमसे नहीं हो रहा है तुम तुम अपने पिता से हेल्प मांग सकते थे तो  
     
     

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